प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेगा बजट: हमीर सिंह भायल
शाइन टुडे @जयपुर, 4 मार्च 2025 – राजस्थान विधानसभा में आज बजट 2025-26 की अनुदान मांग संख्या 19, 20 और 21 पर चर्चा के दौरान सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों और विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का बजट प्रबंधन और नई योजनाओं के जरिए राजस्थान देशभर में एक नई ऊंचाई स्थापित करेगा।
भायल ने बताया कि प्रारंभिक, माध्यमिक, संस्कृत, तकनीकी और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रावधानों से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए कहा कि उनके क्षेत्र की एक ढाणी में कन्या महाविद्यालय की सौगात पिछले बजट में मिली थी, जिसका आज करोड़ों की लागत से भवन निर्माण हो रहा है। इस उपलब्धि के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया।
भाजपा सरकार के योगदान और वर्तमान सरकार की पहल
उन्होंने कहा कि राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में बड़े परिवर्तन की नींव वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी द्वारा रखी गई थी, जब विद्यालयों को ऑनलाइन किया गया था। भाजपा सरकार ने ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर उच्च माध्यमिक विद्यालय खोलकर महत्वपूर्ण कार्य किया था, लेकिन पिछली सरकार द्वारा क्रमोन्नत विद्यालयों में अभी तक पद स्वीकृत नहीं किए गए, जिससे विद्यालयों की स्थिति प्रभावित हुई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री सजगता से प्रदेश के शिक्षा विभाग को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने पिछली सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी विद्यालयों को बिना पर्याप्त अंग्रेजी विषय अध्यापक के शुरू करने को लेकर आपत्ति जताई और अपने क्षेत्र के इन विद्यालयों को वापस हिंदी माध्यम में करने की मांग रखी।
शिक्षा क्षेत्र के लिए प्रमुख मांगें
विधायक भायल ने अनुदान मांगों पर कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं:
- संस्कृत शिक्षा: फौजीनियों की ढाणी नाकोड़ा के संस्कृत विद्यालय को 12वीं तक क्रमोन्नत करने और काठाडी संस्कृत विद्यालय में सामाजिक विषय के वरिष्ठ अध्यापक का पद सृजित करने की मांग।
- विद्यालयों का क्रमोन्नयन: पूर्व सरकार द्वारा क्रमोन्नत 9 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों को भरने का अनुरोध।
- बालिका विद्यालयों की स्थापना: सिनेर, सेला भूका भगत सिंह, खेजड़ीयाली सहित कई ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर बालिका विद्यालय खोलने की मांग।
- स्थानीय भाषा को बढ़ावा: प्रारंभिक शिक्षा में राजस्थानी भाषा को अनिवार्य करने और इसे संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की वकालत।
- महाविद्यालयों की स्थापना: पादरू और होडू में राजकीय महाविद्यालय खोलने की मांग।
- रिक्त पदों की भर्ती: महाविद्यालयों और विद्यालयों में प्रिंसिपल, व्याख्याता, लेक्चरर, और मंत्रालय कर्मचारियों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांग।
- नए विद्यालयों की स्थापना: नए राजस्व गांवों और ढाणियों में प्राथमिक विद्यालय खोलने और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान संकाय एवं राजस्थानी विषय शुरू करने का अनुरोध।
- खेल सुविधाओं का विकास: विद्यालयों में खेल मैदान, इनडोर स्टेडियम और सिवाना मुख्यालय स्टेडियम के निर्माण की मांग।
- महाविद्यालयों के विकास के लिए समिति गठन: विधायक प्रतिनिधियों के माध्यम से विकास कार्य करवाने की सिफारिश।
बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार
विधायक भायल ने कहा कि बजट घोषणा 2025-26 में प्रदेश सरकार ने तीन लाख से अधिक नौकरियां देने की घोषणा की है, जिसमें शिक्षकों की भी भर्ती होगी। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुई रीट परीक्षा के सफल आयोजन और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सरकार की सराहना की।