लाखों महिलाओं ने अपनाये आधुनिक गर्भनिरोधक साधन
शाइन टुडे न्यूज़ नेटवर्क/ बालोतरा 10 फरवरी। राजस्थान प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं में प्रसव पश्चात आईयूसीडी (पीपीआईयूसीडी) और अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन अधिक लोकप्रिय गर्भ निरोधक साधनों में शामिल हुए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ‘साधन-परामर्श हमारा चयन-फैसला आपका’ अवधारणा को साकार करते हुए परिवार नियोजन के विभिन्न साधन ग्राम-ढाणी स्तर तक निःशुल्क उपलब्ध करवा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि वर्तमान में बच्चों के जन्म में अंतर रखने के लिए योग्य-दम्पत्तियों के लिए आधुनिक और सुलभ परिवार नियोजन के विभिन्न साधन निशुल्क उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए अंतरा एम.पी.ए. इंजेक्शन अनचाहे गर्भ ठहरने की चिंता से मुक्ति के लिए अधिक सुरक्षित और सुलभ गर्भनिरोधक साधन है। उन्होंने बताया कि हर चौथे माह में एक अंतरा इंजेक्शन प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्मिक से लगवाया जाता है और जब महिला गर्भ धारण करना चाहे तब इस इंजेक्शन को लगवाना बंद कर दें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि पीपीआईयूसीडी दूसरा अधिक लोकप्रिय गर्भनिरोधक साधन है, जोकि चिकित्सक से परामर्श करके प्रसव के बाद 48 घंटे के अंदर प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी के द्वारा महिला पीपीआईयूसीडी का लाभ प्राप्त कर सकती है। पुनःगर्भधारण चाहने पर इस डिवाइस को आसानी से निकलवाया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन साधन सभी योग्य दम्पत्तियों के लिए निःशुल्क उपलब्ध हैं और इनकी सेवाएं सभी राजकीय जिला अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी और अन्य स्तर के स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध करवायी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भनिरोधक गोलियां छाया व माला-एन, कंडोम, आईयूसीडी 375/380ए, अंतरा इंजेक्शन, ईजी पिल अस्थायी साधनों में तथा स्थायी परिवार नियोजन साधन पुरुष व महिला नसबंदी की निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध हैं।