जयपुर, 28 फरवरी: राजस्थान विधानसभा में आज समाज कल्याण और सामाजिक अधिकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने अपने क्षेत्र के विकास और वंचित वर्गों के कल्याण से जुड़ी महत्वपूर्ण मांगों को सदन में उठाया।
भायल ने कहा कि सिवाना क्षेत्र में निवास करने वाले घुमंतू जातियों—जोगी, गवारिया, कालबेलिया, गाड़िया लोहार, नाथ आदि को सरकार द्वारा बसने के लिए उचित भूमि उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि इन समुदायों को स्थायी रूप से बसाने के लिए सरकार ठोस योजना बनाए और जल्द से जल्द इसे लागू करे।
भील समाज के लिए सुविधाओं की मांग
भायल ने भील समाज की ढाणियों, मोहल्लों और कस्बों में सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि भील समाज के लोगों को कृषि विद्युत कनेक्शन में वरीयता दी जाए, ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित कर सकें।
एसटी छात्रावास के लिए भूमि आवंटन की मांग
सिवाना विधायक ने अपने क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति (एसटी) के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास की आवश्यकता को प्रमुखता से रखा। उन्होंने सिवाना मुख्यालय पर एसटी समुदाय के लिए छात्रावास निर्माण हेतु भूमि आवंटन की मांग की, जिससे आदिवासी विद्यार्थियों को शिक्षा के बेहतर अवसर मिल सकें।
धाड़ी समाज को ओबीसी में शामिल करने की मांग
विधायक भायल ने बालोतरा, बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी और बीकानेर सहित आसपास के क्षेत्रों में निवास करने वाले धाड़ी समाज के लोगों को मुस्लिम समाज की श्रेणी में डालने की बजाय ओबीसी वर्ग में शामिल करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि यह समाज वर्षों से "कंचन" नाम से जाना जाता है और इसे सरकारी रिकॉर्ड में ओबीसी के रूप में दर्ज किया जाना चाहिए, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं और आरक्षण का लाभ मिल सके।
टीएसपी क्षेत्र में विशेष बजट और निष्क्रमणीय पशुपालक विद्यालय में सीटें बढ़ाने की मांग
प्रदेश में ट्राइबल सब-प्लान (टीएसपी) क्षेत्र के लिए संचालित टाडा-माडा योजना को जिला स्तर पर विशेष बजट आवंटित करने की आवश्यकता बताते हुए श्री भायल ने कहा कि इस योजना से जुड़े लाभ ग्रामीण आदिवासी समुदायों तक पहुंचने चाहिए।
उन्होंने भोलखाड़ी जेतेश्वर धाम सिणधरी स्थित निष्क्रमणीय पशुपालक आवासीय विद्यालय में कला संकाय की प्रवेश सीटों को बढ़ाने की मांग की। साथ ही, सिवाना मुख्यालय पर भी एक नया निष्क्रमणीय पशुपालक विद्यालय स्थापित करने की जरूरत पर बल दिया।
दिव्यांगजन स्कूटी योजना और छात्रावास वार्डन की समीक्षा की अपील
विधायक भायल ने दिव्यांगजनों के कल्याण से जुड़ी योजनाओं पर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि जिन दिव्यांगजनों ने स्कूटी योजना के लिए आवेदन किया है, उन्हें समय पर साधन उपलब्ध कराया जाए और इस योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके अलावा, आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोग इसका लाभ ले सकें।
विधायक ने समाज कल्याण विभाग के छात्रावासों में कार्यरत वार्डनों की समय-सीमा निर्धारित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि कई वार्डन वर्षों तक एक ही स्थान पर पदस्थ रहते हैं, जिससे उनकी कार्यशैली में निष्क्रियता आ जाती है और विभागीय योजनाओं का प्रभाव कम हो जाता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस स्थिति की जांच कराकर वार्डनों का समय-समय पर स्थानांतरण सुनिश्चित किया जाए।
ईडब्ल्यूएस आरक्षण में सुधार और केंद्र सरकार को पत्र भेजने की मांग
हमीर सिंह भायल ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के आरक्षण में मौजूद विसंगतियों को दूर करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस आरक्षण को सरल बनाया है, लेकिन केंद्र सरकार की शर्तें अभी भी जटिल हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर भूमि आदि से जुड़ी शर्तों को हटाने की अपील करने का अनुरोध किया, ताकि गरीब तबके को वास्तविक लाभ मिल सके।
विधायक भायल को सरकार से सकारात्मक फैसलों की उम्मीद
हमीर सिंह भायल ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से विचार करेगी और सिवाना क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि माननीय मंत्री अपने वक्तव्य में सिवाना के लिए विशेष स्वीकृतियां जारी करेंगे, जिससे क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी।