भक्ति की सरिता की सरिता में रात भर गोते लगाते रहे श्रोता।
समदलालाणा/ड़ी/सिवाना: समदड़ी निकटवर्ती लालाणा ग्राम पंचायत के सड़लानाडा धाम स्थित श्री सुभद्रा माताजी व श्री मामाजी महाराज के धाम पर मूर्ति प्रतिष्ठा के 9 वें वार्षिक महोत्सव में आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा। गांव समेत समूचे जिले के गांव-ढाणियों के हजारों भक्त-भविकों ने माताजी व मामाजी के दर्शन-पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की पंडित अनु महाराज कल्याणपुर के नेतृत्व में प्रातः ब्रह्म मुर्हूत में दुर्गा सप्तसती यज्ञ आयोजित हुआ, जिसमें वेदिक मंत्रोचार के बीच लाभार्थी परिवार जनों ने यज्ञ में आहुतियां देकर विश्व शांति व क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
बुधवार अलसवेरे से ही श्रद्धालुओं काणृ दर्शनार्थ मंदिर आने का सिलसिला आरम्भ हुआ, जो दिन भर परवान पर रहा। दूर-दराज गांवों से हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंच माताजी व मामाजी महाराज के धोक लगाई और अमन चैन की कामना की। प्रातः शुभ वेला मे आयोजित यज्ञ में आचार्य के निर्देशन में विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोचार के बीच लाभार्थी परिवारजनों ने आहुतियां देकर विश्व शांति की कामना की। यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद मंदिर शिखर पर लाभार्थी परिवारजनों ने माताजी व मामाजी के जयकारों के ध्वजाएं चढ़ाई।
संत-महात्माओं के सानिध्य में हुआ धर्मसभा का आयोजन-
महोत्सव के दौरान मेला पंडाल मे धर्मसभा का आयोजन हुआ। धर्मसभा में साधु-संतों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन दिए। संतों ने कहा कि आधुनिक समय में धर्म व गौ रक्षा की महत्ती आवश्यकता है। साथ ही बढ़ती नशे की प्रवृति भी संस्कारवान समाज के विकास में बड़ा बाधक है। उन्होंने कहा कि नशे की लत से युवाओं को दूर रहने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए संस्कारों के संरक्षण की जरूरत है। महाराज ने युवाओं से आधुनिक रीति रिवाज के साथ परंपरगत संस्कारों को भी जीवित रखने का आव्हान किया। उन्होंने एक घर-एक गौ माता पालन की बात कही। संत-महात्माओं ने कहा कि सुसंस्कारित समाज के लिए शिक्षा की महत्ति आवश्यकता है। उन्होंने कहा की शिक्षा ही जीवन है और विशेषकर बालिका शिक्षा का संदेश जेहन मे उतारने की जरूरत है। उन्होंने कुरीतियों को भी त्यागने का आव्हान किया। श्री सुभद्रा माताजी व मामाजी महाराज धाम सड़लानाडा एवं श्री निम्बेश्वर हाथीबंद महादेव मठ खारवा-जेठन्तरी के मठाधिपति महंत भुवनेश्वरपुरी महाराज ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में धर्म, संस्कारों और गौ सेवा से युवा पीढ़ी विमुख है। ऐसे में धर्म की रक्षा के लिए धर्म, वैदिक कर्म के प्रचार-प्रसार की जरूरत है। साथ ही गौ माता की रक्षा के लिए युवा पीढ़ी को आगे आना पड़ेगा। धर्मसभा में ऊमरलाई मठाधिपति के शिष्य महंत सोमानंद सरस्वती महाराज, 72 फीट बालाजी पाली के ओम जी महाराज ,जगदीश दास महाराज देवलियारी, गणेश पूरी महाराज परालिया,, तंग भारती कुड़ी, जयराम गिरी महाराज सहित अनेक संत-महात्मा मौजूद रहे।
सुर सरिता में रातभर गोते लगाते श्रद्धालु-
वार्षिक महोत्सव को लेकर रविवार रात्रि में लोकप्रिय भजन गायकों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। क्षेत्रीय भजन गायकों ने भजन संध्या का आगाज गणपति वंदना से किया। उन्होंने गुरु महिमा सहित विभिन्न देवी-देवताओं के जीवन पर आधारित भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भोर तक बांधे रखा। मशहूर भजन गायक कन्हैयालाल संत एण्ड पार्टी व अशोक प्रजापत ने विभिन्न देवी-देवताओं के जीवन पर आधारित मनमोहक भजनों की प्रस्तुति देकर वाह-वाही लूटी कार्यक्रम का संचालन राजू माली ने किया।