जसोलधाम में पौष शुक्ल त्रयोदशी का महापर्व: श्रद्धालुओं ने नवाया शीश
जसोल/balotra : श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल में पौष मास की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी पर श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिला। इस पवित्र अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने मां जसोल के दरबार में शीश नवाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर संस्थान की ओर से श्री राणीसा भटियाणीसा, श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्ना सा, श्री काला-गौरा भैरूजी एवं श्री खेतलाजी के मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों से विशेष रूप से सजाया गया।
वैदिक मंत्रोच्चार से हुई पूजा-अर्चना
अल सवेरे विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ समस्त मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई। आरती के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने कतार में खड़े रहकर दर्शन लाभ लिया। भक्तों की उमड़ी भीड़ ने इस अवसर को और अधिक भव्य बना दिया।
श्रद्धालुओं के लिए माकूल व्यवस्थाएं
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर संस्थान द्वारा बेहतरीन प्रबंध किए गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की गई तथा श्रद्धालुओं को सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी प्रकार की असुविधा न हो को लेकर सीसीटीवी कैमरों के साथ निगरानी की गई।
लाइव आरती से मिला घर बैठे लाभ
मंदिर संस्थान ने भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लाइव आरती का प्रसारण किया। इससे दूर-दराज में बैठे मां जसोल के असंख्य भक्तों ने भी आरती का लाभ उठाया और मां जसोल के दर्शन किए।
भजन संध्या में गूंजे मधुर भजन
रात्रि में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय भजन गायकों ने प्रसिद्ध श्री राणीसा भटियाणीसा, श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी एवं श्री लाल बन्ना सा के भजनों की सुमधुर वाणी में प्रस्तुतियां दी। जिसको सुनकर श्रद्धालु भक्ति के रंगों में रंगे नजर आए।
जसोलधाम में भक्ति और श्रद्धा का संगम
इस पावन दिवस पर जसोलधाम में भक्ति और श्रद्धा का अनोखा संगम देखने को मिला। हजारों श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था प्रकट करते हुए मां जसोल सहित मंदिर प्रांगण स्थित समस्त मंदिरों का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ और भक्तिमय माहौल ने इस अवसर को और अधिक भव्य बना दिया।