नाहटा अस्पताल में बच्चेदानी की 1 किलो गांठ का सफल ऑपरेशन
बालोतरा, 17 जनवरी। मरीज शांती देवी पत्नी बुद्धारम उम्र 47 वर्ष निवासी खरवा कल्याणपुर पिछले 3 साल से पेट दर्द , भारीपन एवं अत्यधिक रक्त स्त्राव से पीड़ित थी। सारी प्रारम्भिक जांचे करवाने के पश्चात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पूजा पालीवाल ने मरीज को 14 जनवरी को नाहटा अस्पताल मे भर्ती किया।
15 जनवरी को वरिष्ठ ऐनिस्थेटिक डॉ. नरेंद्र चौधरी के निर्देशन में डॉ. पूजा पालीवाल के द्वारा ओ टी इन चार्ज मगराज जीनगर, ओ टी स्टाफ मेल नर्स ग्रैड -1 सुखदेव पटेल, रानु गहलोत के साथ मिलकर बच्चेदानी की गांठ निकालने का जटिल ऑपरेशन किया।
डॉ. पूजा पालीवाल ने बताया कि मरीज के बच्चेदानी में एक से अधिक फाइब्रॉइड (रसोली) गाँठे थी। जिनका वजन लगभग 1 किलोग्राम के करीब था। अत्यधिक वजन के कारण ऑपरेशन में जटिलताओ का सामना करना पड़ा और लगभग 1 घंटे के समय ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया।
डॉ. पूजा पालीवाल ने बताया कि गर्भाशय फाइब्रॉएड गर्भाशय की गैर-कैंसरयुक्त वृद्धि है जो अक्सर बच्चे पैदा करने के वर्षों के दौरान दिखाई देती है। हालांकि फाइब्रॉएड आम तौर पर जीवन के लिए खतरा नहीं होते हैं, लेकिन वे दर्द, भारी रक्तस्राव और प्रजनन क्षमता या गर्भावस्था में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इस मामले में, फाइब्रॉएड का आकार और स्थिति रोगी के लिए महत्वपूर्ण समस्याएं पैदा कर रही थी, इसलिए उपचार के सर्वोत्तम तरीके के रूप में सर्जिकल हटाने की सिफारिश की गई थी।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप देवात ने कहा - हम इस मरीज को राहत प्रदान करने और जीवन की गुणवत्ता बहाल करने में सक्षम होने से प्रसन्न हैं। नाहटा अस्पताल में कुशल डॉक्टरों और सर्जनों की एक टीम है जो जटिल स्त्रीरोग संबंधी ऑपरेशन करने में सक्षम हैं। हम अपने समुदाय में महिलाओं के लिए उच्चतम गुणवत्ता वाली देखभाल और सर्जिकल परिणाम प्रदान करने का प्रयास करते हैं।
-0-