शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करेंगे तभी भारत विश्व गुरु बन कर उभरेगा- नारायण गिरी महाराज
ब्रह्मलीन संध्यापुरी महाराज के षोडशी भंडारे का हुआ आयोजन
कलश यात्रा, रुद्राभिषेक, रथ यात्रा, आशीर्वचन, महाप्रसादी व शिव महापुराण कथा में उमड़े हजारो भक्त
जसोल(बालोतरा) श्री नर्बदेश्वर महादेव मंदिर के ब्रह्मलीन महंत श्री श्री 1008 श्री संध्यापुरी जी महाराज के षोडशी भंडारे का भव्य आयोजन किया गया। श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान द्वारा महाराज के षोडशी भंडारा कार्यक्रमों का आयोजन जगतगुरु शंकराचार्य श्री नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज सुमेरूपीठ (काशी) एवं संत महामंडल अध्यक्ष दिल्ली (एनसीआर) व पंचदशनाम जूना अखाड़ा अंतराष्ट्रीय प्रवक्ता तथा श्री दुधेश्वर महादेव मठ (गाजियाबाद) महंत श्री नारायणगिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में किया। षोडसी भण्डारे में विभिन्न कार्यक्रम रात्रि जागरण, कलश यात्रा, रुद्राभिषेक, रथ यात्रा, आशीर्वचन, महाप्रसादी तथा शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया। इस दौरान जगतगुरु शंकराचार्य श्री नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज सुमेरूपीठ (काशी) ने कहा कि संत समाज का उद्देश्य सनातन धर्म को सर्वोच्च शिखर पर ले जाना है। भारतीय संस्कृति और सनातन सभ्यता अनादि काल से विश्व का मार्गदर्शन करती चली आ रही है और भारत एक मात्र ऐसा देश है। जहां पर सभी धर्म संप्रदाय के करोड़ों लोगों का आपसी समन्वय रहता है। यहां की संस्कृति विदेशी लोगों को भी प्रभावित कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज में मां-बाप का स्थान सबसे ऊंचा है। सदैव सुबह काम पर जाते समय उनके चरणों में नमन करके अपने दिन की शुरुआत करें। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी हमें अपने विवेक के साथ धर्म के मार्ग पर अग्रसर रहते हुए हर परिस्थिति का सामना करना चाहिए। प्रभु श्रीराम की शरण में जो व्यक्ति पहुंचता है उस पर प्रभु श्रीराम की कृपा दृष्ष्टि सदेव बनी रहती है| श्रद्धा और समर्पण भाव से प्रभु भक्ति में लीन रहकर अपने जीवन को कृतार्थ करना ही मानव जीवन का मूल उद्देश्य है। महन्त श्री नारायणगिरी जी महाराज ने कहा कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति का उत्तरदायित्व बनता है। जात-पात या रंगों के आधार पर इसका वर्गीकरण उचित नहीं है। परमशक्ति ने सभी को समान संरचनाओं और विशेषताओं के साथ धरा पर भेजा है। उस परमशक्ति के दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते हुए भाईचारा, प्रेम, स्नेह, वात्सल्य को बढ़ाना जरूरी है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन चरित्र युगो युगो तक समाज का मार्गदर्शन कर भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाता रहेगा। हम सभी को प्रभु श्रीराम की तरह सत्य के मार्ग पर अग्रसर रहकर राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करना चाहिए। तभी भारत विश्व गुरु बन कर उभरेगा। श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने सभी संत-महात्माओं एवं धर्मप्रेमियों का स्वागत करते हुए कहा कि संतों ने समाज को जो संदेश दिया वह सदा अमर रहेगा। आने वाली पीढ़ी को भी संतों के संदेशों का अनुसरण करके आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि सन्तो व महात्माओं के द्वारा मानवता के लिए दिए उस संदेश से मनुष्य के जीवन में आत्म-विश्वास और नई ऊर्जा का संचार होता है तथा मनुष्य के अंदर छिपे कईं दोषों का नाश होता है।
कलश व रथ यात्रा ने ग्रामवासियों का मन मोहा
ब्रह्मलीन महंत श्री श्री 1008 श्री महंत संध्यापूरी जी महाराज के षोडशी भंडारे के दौरान कलश यात्रा व रथ यात्रा का आयोजन किया गया। कलश यात्रा में श्री नर्बदेश्वर महादेव मंदिर प्रांगन में स्थित प्राचीन बेरी के जल को 108 कलशों में भरकर शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया तथा रथ यात्रा श्री नर्ब्देश्वर महादेव मंदिर से प्रारंभ हुई जो तालाब रोड, बडला चौक, प्रजापत का वास, जोशीयों का वास, कन्हैयालाल जी मंदिर, मैन बाजार, इलोजी गली, रावलगढ़, अमरपुरा, तिलवाड़ा फांटा, नाकोड़ा रोड, श्री माजीसा मंदिर, मुख्य बस स्टैंड, आजाद चौक, बड़ला चौक, तालाब रोड होते हुए पुनः नर्बदेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। रथयात्रा का गांव में जगह-जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया। इन भव्य कलश व रथ यात्राओं में सैकड़ों सनातन धर्मप्रेमियों ने जोश व उत्साह के साथ भाग लिया|
इन संतो का भी मिला पावन सानिध्य:
षोडशी भंडारा कार्यक्रम में जुना अखाड़ा अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं परेऊ (बाड़मेर) मठाधीश श्री ओंकार भारती जी महाराज, श्री विष्णुहरि जी महाराज सांथू, श्री गोपालराम जी महाराज सिवाना, श्री प्रेमनाथ जी महाराज सिरे मन्दिर जालोर, ठा. श्री जगतसिंह निम्बेश्वर महादेव, श्री भरतगिरी जी महाराज नागाजी का धुणा बालोतरा, श्री बालकवनजी जागसा, श्री शम्भूवनजी टापरा, श्री सियावरदास जी जागसा, श्री समसाईंनाथ जी पिपलिया, श्री तगभारती जी महाराज कुड़ी, श्री समाधिगिरी जी महाराज दाखा, श्री जनकपुरी जी होटलु, उमाकान्ता नन्दगिरी जी खंड़प, रामभारती जी महाराज पायला, श्री शंकरपुरी जी आकड़ीया महादेव, श्री उम्मेदगिरी जी मीठा, श्री रक्तानन्द सरस्वती जी बालोतरा सहित मालाणी व आसपास के क्षेत्र के प्रमुख सन्त महात्माओं का पावन सानिध्य मिला।
षोडशी भंडारे पर समाजिक सरोकार-
श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान की ओर से ब्रह्मलीन महन्त श्री श्री 1008 श्री महंत संध्यापूरी जी महाराज के षोडशी भंडारा कार्यक्रम में दुदवा निवासी दीपा चौहान का हार्ड ट्रांसप्लांट करवाने को लेकर जीवनदान महादान के तहत निर्णय लिया गया। संस्थान द्वारा यूएन मेहता अस्पताल अहमदाबाद में पीड़िता दीपा चौहान का हार्ड ट्रांसप्लांट करवाया जायेगा।
वेद विद्यापीठ व शोध संस्थान बैनर लोकार्पण
श्री नर्बदेश्वर महादेव मंदिर में अब श्री नर्बदेश्वर महादेव वेद विद्यापीठ व शोध संस्थान स्थापित होगा। जिसके तहज आज शंकराचार्य श्री नरेंद्रानन्द सरस्वती जी व महंत श्री नारायणगिरी जी द्वारा बैनर का लोकार्पण किया गया| श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल के मार्गदर्शन व श्री दुधेश्वर महादेव वेद विद्या संस्थान (गाजियाबाद) अध्यक्ष महंत श्री नारायणगिरी जी महाराज के कौशल नेतृत्व में नर्बदेश्वर महादेव वेद विद्यापीठ व शोध संस्थान स्थापित होगा। जिसमें वैदिक शिक्षा लाभ समस्त सनातन धर्मप्रेमियों को मिलेगा। इस नर्बदेश्वर वेद विद्यापीठ व शोध संस्थान में चारों वेदों का मंत्रोच्चारण होगा। जिसके माध्यम से न केवल जसोल अपितु सम्पूर्ण पश्चिमी राजस्थान की जन भावनाओं में नव चेतना स्थापित होगी।
ब्रह्मधाम आसोतरा ब्रह्मऋषि का मिला आशीर्वाद
षोडशी भण्डारे में आशीर्वचन, महाप्रसादी व शिव पुराण कथा कार्यक्रम के दौरान ब्रह्मधाम आसोतरा ब्रह्मऋषि श्री तुलछाराम जी महाराज श्री नर्ब्देश्वर महादेव मंदिर पधारे| ब्रह्मऋषि जी के मंदिर पधारने पर संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जी जसोल द्वारा छतिशी कौम की उपस्थिति में भव्य स्वागत किया| इस दौरान ब्रह्मऋषि जी ने आचार्य तोयराज, वैदाचार्य दीपकभट्ट व पंडित नितेश त्रिपाठी के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से पारम्परिक रीति-रिवाज से भगवान श्री नर्ब्देश्वर महादेव की पूजा-अर्चना की| तथा शंकराचार्य श्री नरेंद्रानन्द सरस्वती जी व महंत श्री नारायणगिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में श्री नर्ब्देश्वर महादेव वेद विद्यापीठ व शोध संस्थान जो स्थापित हुई है उसको लेकर समस्त सनातन धर्म प्रेमियों को शुभकामनाएँ एवं आशीर्वाद दिया|
ये रहे मौजूद
महंत संध्यापूरी जी महाराज के षोडशी भंडारे में प्रवीणसिंह टापरा, हेमसिंह बुड़ीवाड़ा, जालमसिंह वरिया ढाणा, शैतानसिंह, गणपतसिंह, उत्तमसिंह, जोगसिंह असाड़ा, जालमसिंह नौसर, गुलाबसिंह, जगदीशसिंह, विक्रमसिंह डंडाली, नरेन्द्रसिंह, देवेन्द्र कुमार, मुल्तानमल, गणपतलाल माली, शांतिलाल सुथार, उमेश सोनी, राजेंद्र कुमार छाजेड़ जसोल, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक (बाड़मेर) जेतमालसिंह राठौड़, राजेश भाई, नरेन्द्र भाई कौशल बालोतरा, अशोक कुमार, ओमप्रकाश जाट दुदुवा सहित मालाणी क्षेत्र के प्रबुद्धजन मौजूद रहे।