- कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद की ओर से आयोजित किया गया इफ्तार का कार्यक्रम
जैसलमेर /पोकरण। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग मंत्री शाले मोहम्मद की ओर से गुरुवार को ग़ाजी फ़कीर की दूसरी बरसी पर दुआ ए मगफिरत एवं रोजा इफ्तार कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जैसलमेर सहित आसपास के जिले से लोगों ने मरहूम ग़ाजी फ़कीर के लिए मगफिरत की दुआ करने के साथ ही रोजा इफ्तार की। संभवतः प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में रोजेदार का एक स्थान पर शामिल होना एवं रोजा इफ्तार करने का पहला स्थान है। यह पहला मौका नहीं है जब सिंधी मुस्लिम कौम के लोग एक स्थान पर एकत्र हुए, इससे पहले भी फ़कीर परिवार के इशारे पर कई बार बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए एवं बड़े कार्यक्रम आयोजित हुए हैं। जैसलमेर एवं पश्चिमी राजस्थान में फ़कीर परिवार का बड़ा वर्चस्व है। उनके इशारों पर राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी हारे जीते हैं। ग़ाजी फ़कीर के भाई फतेह मोहम्मद जैसलमेर के प्रमुख रहे, फिर बेटे शाले मोहम्मद जिला प्रमुख रहे, शाले मोहम्मद ने विधानसभा का चुनाव पोकरण से लड़ा एवं विधायक निर्वाचित हुए। उनके दूसरे बेटे अब्दुल्लाह फ़कीर भी जैसलमेर के जिला प्रमुख रहे हैं, वहीं अमरदीन फ़कीर जैसलमेर के प्रधान रहे हैं अन्य सदस्य जिला परिषद एवं पंचायत समिति के सदस्य हैं। केवल जैसलमेर ही नहीं पड़ोस के जिलों में भी फ़कीर परिवार का बड़ा वर्चस्व है, उनकी नाराजगी कोई भी प्रत्याशी मोल नहीं लेना चाहता। ग़ाजी फ़कीर के इंतकाल के बाद खलीफा का पद शाले मोहम्मद को सौंपा गया है। ग़ाजी फ़कीर को आमजन में सरहद का सुल्तान के नाम से जाना जाता था
जब मिली पहली बार जिला प्रमुख को लाल बत्ती : बात उस समय कि है जब जैसलमेर में फतेह मोहम्मद जिला प्रमुख थे, किसी अधिकारी से उनकी ठन गई और चले जयपुर। तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा कि वे जिले के प्रथम नागरिक हैं, जिला प्रमुख को लाल बत्ती दिलाओ, एक व्यक्ति के लिए राजस्थान में जिला प्रमुख को लाल बत्ती दी गई थी।
आईपीएस पंकज चौधरी का विवाद छाया था : ग़ाजी फ़कीर की हिस्ट्रीशीट खोलने पर जैसलमेर के तत्कालीन एसपी पंकज चौधरी को विधायक शाले मोहम्मद ने हाथोहाथ हटाया गया था। चौधरी को हटाने का मामला देश भर में चर्चित रहा था। ग़ाजी फ़कीर के इंतकाल पर पंकज चौधरी ने शोशल मीडिया पर "सरहद के सुल्तान को टाइगर का सलाम" लिखकर संवेदना व्यक्त करी थी।