पुलकित हो रही संस्कृति, गरबा में हुए नवाचार
महिलाओं का मकसद गरबा रास के साथ मानवीय मूल्यों में आए जागृति
पाली।भारत में नवरात्रि का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है, देश में ऐसे कई हिस्से हैं, जहां नवरात्रि को मनाने का तरीका एक दूसरे से काफी आलग होता है. काफी लोग नवरात्रि के त्योहार में लगने वाले मेलों और उत्सव में शामिल होने और घूमने की चाह रखते हैं. इसके अलावा कुछ लोग देवी रानी को खुश करने के लिए नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं. भक्ति में सराबोर करने वाले इस त्योहार का लोगों को साल भर बेसब्री से इंतजार होता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे नवरात्रि कार्यक्रम के बारे में जो महिलाओं द्वारा आयोजित किया जा रहा है. मगरा क्षेत्र के तलहटी पर बसे पाली जिले के केलवाद गांव की समाजसेवी महिला शारदा राव द्वारा गाँव की महिलाओं को संगठित कर 'संस्कृति' महिला मंडल के बैनर तले एकजुट हो पारंपरिक जीवन मूल्य, नैतिक आचरण, सामाजिक समरसता और सद्भाव के साथ ही जीवन शैली में वैज्ञानिकता के समावेश और समसामयिक विषयों पर व्याख्यान देने का कार्य कर रही है.. महिलाओं द्वारा आयोजित होने वाला यह जिले का एकमात्र नवरात्रि महोत्सव है जिसका पूरा जिम्मा तथा आयोजन महिलाओं और बच्चों द्वारा किया जा रहा है. संचालिका शारदा ने बताया कि ये कार्यक्रम अपने आप अनूठा इसलिए है क्योंकि मां अंबे की आरती के पश्चात केवल गरबा रास न होकर ग्रामीण परिवेश के नन्हे-मुन्हे बच्चों द्वारा मौलिकता और मानवीय मूल्यों की जागृति के लिए लघु नाटिका का मंचन किया जाता है. इसी कड़ी में नवरात्रि के पहले दिन बच्चों द्वारा 'ईश्वर और इंसान' नामक नाटक का मंचन किया गया जिसमें माँ काली के पात्र ने इंसान को सच्चाई का आईना दिखाते हुए बताया कि ईश्वर की सबसे सुंदर रचना 'मानव' है अगर वो अपने कर्मों में ईमानदारी बरतें और अपने जीवन में परहित, परोपकारी कार्य करें तो उसका जीवन जीते जी ही स्वर्ग बन सकता है. राव ने आगे बताया कि नाटकों के मंचन के माध्यम से जन जागृति लाने पर पिछले 12 वर्षों से कार्य किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में सम्पूर्ण नाट्य निर्देशन शारदा की पुत्री पुलकित सिंह द्वारा किया जाता है वहीं नाट्य लेखन व परिकल्पना थिएटर कला में निपुण शारदा के पति ओमप्रकाश राव द्वारा किया जाता है. नाट्य मंचन में बाल मंडली के सदस्य डाभक, लिपाक्षी, कोमल, परिधि, रविंद्र सुशांत, कालू, लक्की, दिव्या, जाह्नवी, कार्तिक, हेमलता सहित कई बच्चे अलग-अलग भूमिका में प्रस्तुतिकरण देते है।