शाइन टुडे@ न्यूज नेटवर्क
बालोतरा: सुजोक पद्धति एव आयुर्वेद शिविर 19 सितंबर से प्रारंभ इस सात दिवसीय शिविर का समापन रविवार को हुआ। अध्यक्ष लिलेश बालड़ ने बताया जिसमें 125 लोगो का इलाज प्रतिदिन किया गया। एवं सभी ने इसे सफल बनाने में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। आयुर्वेदिक तरीके से बीमारियों से निजात पाने के लिए कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रार्थना पूर्व अध्यक्ष राजेश श्रीमाली ने की। शिविर समन्वयक डॉ रामकुमार शर्मा ने कहा स्वस्थ रहने के लिए सबसे पहला मूल मंत्र है दिमाग को स्वस्थ रखना। आज के समय मे हमे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग , सुजोक , स्पर्श चिकित्सा , आयुर्वेद , एक्यूप्रेशर आदि पद्धति से सफल इलाज संभव है। पांचो तत्व आकाश , अग्नि, जल , पृथ्वी , हवा का बैलैंस रखना जरूरी है। यह पद्धतियां अपने आप मे पूर्ण है। हमें जागृत होने की आवश्यकता है। 7 दिन को जो उपचार किया गया उसे रेगुलर करने से कई बीमारियां दूर हो सकती है।
प्रायोजक परिवार से जवेरी लाल गोलेच्छा का साफा एवं माल्यार्पण से सम्मान पूर्व अध्यक्ष माणक चौपड़ा एवं खुशाल खत्री ने किया। मोमेन्टो से सम्मान निलेश सालेचा एवं अशोक सिंघवी ने किया। डॉ रामकुमार शर्मा का साफा एवं माल्यार्पण से सम्मान पूर्व अध्यक्ष कैलाश गर्ग एवं राजेश श्रीमाली ने किया। डॉ अंजनी कुमार शर्मा का साफा एवं माल्यार्पण से सम्मान प्रताप गहलोत एवं भरत भंसाली ने किया। प्रमोद का माल्यार्पण से सम्मान मुकेश तातेड़ ने किया। वेदप्रकाश का माल्यार्पण से सम्मान सुरेन्द्र गोगड़ ने किया। आभार ज्ञापन ओम बांठिया ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन सचिव हितेंद्र छाजेड़ ने किया। महावीर गोलेच्छा , भरत गोलेछा , जितेंद्र माहेश्वरी प्रताप गहलोत , विनोद प्रजापत ,महेंद्र तातेड़ आदि सभी रोटेरियन साथियों ने इस शिविर में अपनी सेवाएं प्रदान की।