गंगासिंह काठाड़ी की सोमनाथ ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा
दिल्लीः राजस्थान के बाड़मेर जिले के रहने वाले प्रवासी राजस्थानी गंगासिंह राठौड़ काठड़ी ने बताया की भारत वर्ष के 12 ज्योतिर्लिंग में से हम अभी तक 9 ज्योतिर्लिंग का दर्शनलाभ ले चुके है और आज दो ज्योतिर्लिंग के एकसाथ दर्शनलाभ होने की खुशी का ठिकाना नही है आज गुजरात आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, गुजरात मे स्थित सोमनाथ मंदिर विशाल और भव्य है, हमे यहा के दर्शन करने के बाद एक अलग अनुभूति मिली।
हम दिल्ली से रेल द्वारा अहमदाबाद रात्रि करीब एक बजे पहुंचे यहां मेरे बचपन के मित्र जो कि 12वी की पढ़ाई तक एकसाथ रहने के बाद मै अपने व्यवसाय के लिए दिल्ली आ गया व मेरे सखा महेन्द्रसिंह अहमदाबाद मे खुद का व्यवसाय करने लगे आज महेंद्रसिंह काठाडी, व नेपाल सिंह बिशनगढ, एवं मुकेश पुरोहित मंडवाडिया व हबताराम देवासी ने हमारा रेलवे-स्टेशन पर रात को भी स्वागत किया, वहा से हमारे मित्र हितेश देवासी ने टेक्सी से सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग व द्वारिकाधीश दर्शन के लिए टेक्सी की व्यवस्था कर रखी थी, जो कि अहमदाबाद रेलवे-स्टेशन से सोमनाथ मंदिर की दूरी 405 किमी की है लगभग 8 घंटे का रास्ता है यह यात्रा कार द्रारा की। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से रहने की उत्तम व्यवस्था और अच्छा खाना उपलब्ध कराया जाता है, इसके अलावा यहा पार्किंग व्यवस्था भी बहुत सुन्दर कि गई है व धर्मशाला भी उपलब्ध है, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थल समुद्र से घिरा हुआ विशाल मंदिर हैं, यहा भगवान शिवजी के दर्शन के साथ ही मन की मुराद पूरी होती है। यहा के दर्शन करके इसी कार से हम भगवान श्रीकृष्ण की धार्मिक नगरी द्वारिका के लिए रवाना हुए। सोमनाथ से द्वारिका की दूरी 233 किलोमीटर है।
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नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और द्वारकाधीश
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग से द्वारिका की दूरी 233 किलोमीटर है। 4 घंटे की यात्रा के बाद द्वारिका पहुंचकर हमने वहां के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन किए और फिर द्वारिका से 16 किलोमीटर दूरी पर नागेशवर ज्योतिर्लिंग भगवान का रूद्राभिषेक किया, आज रात्रि विश्राम भगवान श्रीकृष्ण की नगरी द्वारिकाधीश मे किया सुबह फिर से आसपास के मंदिरो के भी दर्शन करने के बाद अहमदाबाद शहर मे हमारे व्यापार से संबंधित बाजार जाकर अपने साथियो को मिलकर। इसके साथ ही अगले दिन फ्लाइट द्वारा हम अहमदाबाद से मुबई के लिए रवाना होगें ।
अन्य सुविधा भी उपलब्ध है। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग
वायु मार्ग- सोमनाथ से 55 किलोमीटर स्थित केशोड नामक स्थान से सीधे मुंबई के लिए वायुसेवा है। केशोड और सोमनाथ के बीच बस व टैक्सी सेवा भी उपलब्ध है।
रेल मार्ग- सोमनाथ के सबसे समीप वेरावल रेलवे स्टेशन है, जो वहां से मात्र सात किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहाँ से अहमदाबाद व गुजरात के अन्य स्थानों का सीधा संपर्क भी है।
सोमनाथ के मुख्य तीर्थ स्थल ये है।
1- सोमनाथ मंदिर
2- त्रिवेणी घाट
3- पंच पांडव गुफा
4- लक्ष्मी नारायण
5- गीता मंदिर
6- परशुराम मंदिर
7- सूरज मंदिर
8- देहोत्सर्ग तीर्थ
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और द्वारकाधीश
सोमनाथ दर्शन सम्पन्न करने के बाद वहां से डायरेक्ट कैब या ट्रैन से नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए प्रस्थान कर सकते हैं। रेल मार्ग- वेरावल से द्वारका के लिए डायरेक्ट ट्रैन है, आप वेरावल से अगर रात की ट्रेन लेते हैं तो आप सुबह-सुबह द्वारका पहुँच जाएंगे। द्वारका से पूरे दिन के लिए कैब बुक करके आप नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और साथ ही आप और भी कई पुण्य स्थल पर जा सकते हैं।
द्वारका से नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी मात्र 16 किलोमीटर है।
द्वारका के कुछ मुख्य तीर्थस्थल
1- नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
2- बेट-द्वारका
3- द्वारकाधीश मंदिर
4- गोपी तालाब
5- रुक्मणि मंदिर
बेट-द्वारका
यहां आने के लिए समुद्री नाव में बैठ कर जाना पड़ता है, करीब 15 से 20 मिनट का रास्ता है। यह भगवान श्रीकृष्ण का गृह स्थल है जहां से आपको प्रसाद में चावल और अन्य कुछ अन्न मिलेंगे जिनकी मान्यता है कि आप इस अन्न के प्रसाद को अपने अन्न में मिलाकर रखने से आपके घर मे माता अन्नपूर्णा का वास सदैव के लिए रहता है।
द्वारका के मुख्य शहर से लगभग 30 किमी के आसपास स्थित एक द्वीप है।
इस द्वीप को बेटे शंखोधर के नाम से भी जाना जाता है, और यह एक समृद्ध बंदरगाह है। यह सफेद रेत, समुद्र तट और प्रवाल भित्तियों से घिरा हुआ है। यह थोड़ा समुद्र के अंदर है, इस आइलैंड पर कुछ दुर्लभ और सुंदर मंदिर है, वहां एक संकीर्ण सड़क है जो इन मंदिरों की ओर जात है जो स्थानीय शिल्प, मूर्तियों, कैसेट, नारियल और समुद्री मछली बेचने वाले विक्रेताओं द्वारा भीड़ भी रहती है। द्वीप पर स्थित मुख्य मंदिर भगवान श्रीकृष्ण का है, जो एक समय भगवान श्रीकृष्ण और उनके परिवार का निवास स्थल था।