किसान केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित अनुदानित योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं: शाले मोहम्मद
जैविक खेती को बढ़ावा देने में किसान अपनी अहम भूमिका अदा करें
शाइन टुडे @ न्यूज नेटवर्क
जैसलमेर/पोकरण। कृषि प्रौद्योगिक प्रबन्ध अभिकरण,(आत्मा) योजनान्तर्गत कृषि विभाग जैसलमेर द्वारा आजादी का अमृृत महोत्सव के तहत ‘‘किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी‘‘ अभियान के अन्तर्गत एक दिवसीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन अल्पसंख्यक मामलात्, वक्फ, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री शाले मोहम्मद के मुख्य आतिथ्य में कृषि विज्ञान केन्द्र में किया गया।
मेले में सम प्रधान तने सिंह सोढ़ा, पंचायत समिति जैसलमेर के पूर्व प्रधान मूलाराम चौधरी, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. दीपक चतुर्वेदी, उपनिदेशक उद्यानिकी प्रताप सिंह कुशवाह, परियोजना निदेशक आत्मा जयदीप दोगने, तहसीलदार महेन्द्र खत्री, सहायक निदेशक कृषि छुग सिंह के साथ ही अच्छी संख्या में जिले के किसान उपस्थित थे। अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पहली बार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अलग से किसान बजट पेश कर किसानों को सौगात दी। उन्होंने कहा कि इस बजट में किसानों के लिए 4 हजार करोड़ का पैकेज राज्य सरकार ने रखा है। उन्होंने कहा कि इस कृषि बजट में किसानों के उत्थान एवं उन्नत खेती के लिए 11 मिशन तय किए है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए ढे़रों अनुदानित योजनाएं चला रही है, उसकी किसानों को जानकारी रखनी चाहिए ताकि वे इन योजनाओं का पूरा लाभ उठाकर खेती के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर सके एवं अपने आर्थिक स्तर को सुधार सके।
अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे ऐसे किसान मेलों के दौरान कृषि वैज्ञानिकों द्वारा जो नवीन एवं उन्नत तकनीकी कृषि के बारें में जो जानकारी प्रदान की जाती है, उसकों अपनी खेती बाड़ी में अवश्य ही अपनावे। उन्होंने यहां की जलवायु को देखते हुए खजूर एवं अनार की खेती के प्रति भी किसानों को रूचि दिखाने के साथ ही जैविक खेती पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया। अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने कहा कि हमारे मरूस्थलीय जिले में पूर्वजों ने खड़ीन पद्धति से खेती की जो देन दी है, उसको हमें आज के समय में अक्षुण्य बनाने की जरूरत है एवं हमें भी बरसाती जल को खड़ीनों में संग्रहित कर खेती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कृषि विभाग द्वारा किसानों के कल्याण के लिए जो लक्ष्य दिए जाते है, उसकी शत-प्रतिशत पूर्ति करावे। उन्होंने कहा कि उपनिवेशन क्षेत्र में भी किसानों को भूमि आवंटन की कार्यवाही करवाई जाएगी, वहीं भूमिहीन किसानों को बारानी भूमि आवंटन की भी कार्यवाही करने का विश्वास दिलाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उपनिवेशन क्षेत्र में आवंटियों को बकाया किश्तें एकमुश्त जमा कराने पर शत-प्रतिशत ब्याज की छूट के साथ ही पहली बार मूलधन में भी 10 प्रतिशत की छूट प्रदान की गई है। उन्होंने ऐसे किसानों एवं आवंटियों से आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा दी गई छूट का लाभ उठावें एवं अपनी बकाया किश्तें एकमुश्त जमा कराएं। पंचायत समिति सम के प्रधान तन सिंह सोढ़ा ने कृषि विभाग का आभार जताया कि उन्होंने किसान मेले का आयोजन कर किसानों को नवीन योजनाओं एवं उन्नत कृषि की जो जानकारी दी है, उससे किसानों को अवश्य ही लाभ मिलेगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे अपने नलकूपों पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण भी करावें। उन्होंने किसानों को खेती में कम से कम युरिया एवं डीएपी का उपयोग करने की सीख दी। पूर्व प्रधान मूलाराम चौधरी ने किसानों से आह्वान किया कि आज के समय को देखते हुए हमें भी कॉमर्शियल खेती की ओर अग्रसर होना होगा। उन्होंने किसानों को अपनी भूमि पर एक सीजन में अलग-अलग तरह की फसलें बोने की सलाह दी ताकि कोई एक फसल खराब होने पर दूसरी फसल से किसान कुछ आमदनी प्राप्त कर सके।
उपनिदेशक जयदीप दोगने ने बताया कि आज पूरे देश में 731 कृषि विज्ञान केन्द्रों में किसान मेलों का आयोजन रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों को जैविक खेती के साथ ही ड्रिप सिस्टम सिंचाई के माध्यम से खेती करने के लिए प्रेरित करना है, वहीं उन्हें उद्यानिक खेती की ओर आगे आने का भी संदेश देना है। उन्होंने बताया कि ड्रिप एवं फुव्वारा पद्धति से सिंचाई करने पर किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है, इसलिए किसान कम पानी का उपयोग कर अधिक से अधिक क्षेत्र में बुवाई कर अच्छी पैदावार ले। उपनिदेशक उद्यानिकी डॉ. प्रताप सिंह कुशवाह ने उद्यानिकी खेती के फायदों के बारें में अवगत कराते हुए किसानों से खजूर एवं अनार की खेती की ओर आगे आने का आह्वान किया। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. दीपक चतुर्वेदी ने मेले के उद्देश्य के साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान किसानों को अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने प्रमाण पत्र एवं उद्यानिक सब्जी के किट भी प्रदान किए।
कार्यक्रम के दौरान कृषि प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसको मुख्य अतिथि ने अवलोकन किया। इसके साथ ही प्रदर्शनी में कृषि से सम्बन्धित खाद बीज उत्पादों का भी प्रदर्शन किया गया।