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नाहटा अस्पताल प्रशासन की लापरवाही, ऑक्सीजन लाइन बंद होने से 8 मरीजों की जान जाने की सूचना

नाहटा अस्पताल प्रशासन की लापरवाही, ऑक्सीजन लाइन बंद होने से 8 मरीजों की जान जाने की सूचना




बालोतरा(बाड़मेर): कोराना महामारी में एक तरफ जहां भगवान बनकर डॉक्टर मरीजों के जीवन को बचा रहे हैं वहीं अस्पताल प्रशासन प्रबंध की लापरवाही बेपरवाह कर्मचारियों की लापरवाहियों कई लोगों की जान ले रही है।

ऐसे ही एक घटना आज बुधवार को बाड़मेर जिले के बालोतरा शहर के सरकारी नाहटा अस्पताल में सामने आई है, जहां नाहटा अस्पताल के कॉविड सेंटर में बिजली जाने के बाद समय पर जनरेटर शुरू नहीं होने से ऑक्सीजन पर चल रहे मरीजों की सांसे थम गई जिसमें बताया जा रहा है कि एक साथ करीब 8 लोगों की जान चली गई। घटना को लेकर एक मृतक मरीज के भाई अकरम खान जो पेशे से पत्रकार हैं जिन्होंने बताया कि करीब तीन-चार दिनों से उनके बड़े भाई की तबीयत खराब थी सांस लेने में कुछ परेशानी हो रही थी जो नाहटा अस्पताल के कोविड वार्ड में एडमिट थे, जिनका डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा था वही इलाज के दौरान उनके स्वास्थ्य में काफी सुधार हो गया था और उनका ऑक्सीजन लेवल भी ठीक चल रहा था।  वही आज सवेरे करीब 7:15 बजे बिजली जाने पर करीब 1 घंटे तक जनरेटर शुरू नहीं किया गया, बिजली जाने से आक्सीजन लाइन बंद हो गई फिर दौड़भाग करके बिजली को शुरू करवाया और फिर 9:00 बजे के करीब वापिस बिजली चली गई और फिर करीब आधा घंटा तक जनरेटर शुरू नहीं किया गया।  वही अकरम ने बताया कि इस दरमियान करीब डेढ़ घंटे तक बिजली नहीं मिलने से ऑक्सीजन की सप्लाई मरीजों को नहीं मिल सकी और करीब 8 लोगों की मौत हो गई जिसमें मेरे बड़े भाई इलियास खान निवासी मिठोड़ा की भी मौत  हो गई।
मृतक मरीज के भाई ने जिला कलेक्टर को लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है।

सरकार ले एक्शन
बिजली गुल होने का कारण ऑक्सीजन की सप्लाई पूरी तरीके से प्रभावित हो गई जैसा कि मिठोड़ा निवासी अकरम खान ने वीडियो में बताया गया है। कुछ लोगों की मौत हो गई इस मामले को लेकर बाड़मेर कलेक्टर और राजस्थान की गहलोत सरकार को तत्काल प्रभाव से जांच के आदेश के साथ ही लापरवाह ठेकेदार और कर्मचारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरीके की लापरवाही ना हो उसके लिए भी पूरी व्यवस्था करनी चाहिए क्योंकि इस समय सभी अस्पतालों में ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन पर चल रहे हैं अगर उन्हें बिजली गुल होने के चक्कर में किसी की जान जाती है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा। पचपदरा के विधायक मदन प्रजापत केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को इस पूरे मामले की जानकारी लापरवाह लोगों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करवानी चाहिए ताकि एक ऐसा संदेश पूरे जिले के साथ राजस्थान में जाए कि अगर कोई इस महामारी में लापरवाही करेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा किसी की भी जान लापरवाही से तो नहीं जाएगी।