अपहरण कर युवक की हत्या करने के मामले ने पकड़ा तूल, शव के साथ धरने पर बैठे परिजन व समाज के लोग
अपहरण के बाद युवक की हत्या करने के मामले को लेकर आक्रोशित परिजनों व समाज के लोगों के लोग शव के साथ धरने पर बैठे हैं, वहीं पुलिस और प्रशासन द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर समझाइश का दौर जारी है, मांगे पूरी नहीं होने तक शव नही उठाने की बात पर अड़े हुए हैं परिजन।
सिवाना(बाड़मेर) सिवाना क्षेत्र के कुशीप गांव निवासी महेंद्र खान को घर से गाड़ी सहित वादनवाड़ी जिला जालोर लेे जाकर अपहरण करके हत्या कर दी गयी थी। जिसका शव रविवार को जोधपुर के कायलाना में आने वाली हाथी नहर में फेंका मिला था, जो वारदात में शामिल पकड़ में आए कुछ युवकों की निशानदेही पर आहोर थाना पुलिस जोधपुर पहुंची और सूरसागर थाना पुलिस की मदद से गोताखोरों से रविवार की शाम शव बाहर निकलवाया गया, जिसका आज सोमवार जोधपुर में को डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।
हत्या के मामले को लेकर आज दोपहर करीब 1 बजे शव जोधपुर से सिवाना पहुंचा तब समाज के आक्रोशित लोगों द्वारा सिवाना कस्बे के अंबेडकर सर्कल पर परिजन व समाज के लोग इकट्ठा हो गये, महेंद्र खान की हत्या को लेकर लोगों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर शव के साथ धरने पर बैठ कर प्रशासन के समक्ष विभिन्न मांगे रखी जिसको लेकर कई घंटों तक समझाइश का दौर जारी रहा।
समाज के लोगों ने धरना स्थल पर पहुंचे सिवाना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान एवं बालोतरा DYSP धनफूल मीणा के समक्ष कलेक्टर के नाम दिये ज्ञापन में बताया कि सिवाना थाने में पीड़ित परिवार ने अपहरण का मामला दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस की लापरवाही के कारण मृतक के साथ घटना घटित हुई है जिसको लेकर तुरंत प्रभाव से सिवाना थानाधिकारी को निलंबित करने की मांग की, साथ ही मृतक का मुकदमा पुलिस थाना आहोर से पुलिस थाना सिवाना स्थानांतरण किया जाने की बात कही। साथ मांग रखी कि घटना की निष्पक्ष जांच की जाए एवं अपराध में शामिल शेष रहे अपराधियों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाये। वहीं बताया की घटना को लेकर जोधपुर के एक न्यूज़ पेपर एवं पुलिस प्रशासन द्वारा मृतक को हिस्ट्रीशीटर के नाम से न्यूज़ लगवा कर उनके परिवार को आज आहत किया है जिसको लेकर कानूनी कार्रवाई की मांग की एवं मृतक के परिवार को 25 लाख की आर्थिक मदद एवं उनके परिवार को आवास देने की मांग करते हुए कहा कि जब तक मांगो को नहीं माना जाएगा तब तक शव को नहीं दफनाया जाएगा।
घटना को लेकर आक्रोशित लोगों द्वारा दोपहर से ही सैकड़ों की संख्या सिवाना अंबेडकर सर्कल के पास टेंट लगाकर मुस्लिम समाज के लोग शव के साथ अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की ओर से सिवाना, समदड़ी, मंडली एवं बालोतरा थानों की पुलिस व जाब्ता मौके पर तैनात हैं, वही पुलिस और प्रशासन द्वारा परिजनों व समाज के लोगों से समझाइश की जा रही है लेकिन मांगे नहीं माने जाने तक शव नहीं उठाने पर परिजन अड़े हुए हैं।
यह था मामला
मृतक के भाई रमजान खान ने गत 25 मार्च को आहोर थाने में बादनवाड़ी निवासी आनंदसिंह राजपुरोहित , उसके भाई उत्तमसिंह , जोधपुर ग्रामीण में केलावा गांव निवासी अजयपालसिंह उर्फ एपी , मोकलसर निवासी सेजल जैन व नागाणा थानान्तर्गत बांदड़ा निवासी सुरेन्द्र पुत्र अमराराम भील के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था ।
वही बताया था की महेन्द्र खान गत 21 मार्च को गुजरात नम्बर की कार में घर से जालोर गया था । गोदन गांव से उसने भाई रमजान को फोन कर एक घंटे में लौटने की जानकारी दी थी , लेकिन वह नहीं आया । भाई व साथी सिवाना में गांधी चौक के पास खड़े थे । तब महेन्द्र की कार दिखाई दी , लेकिन उसमें महेन्द्र नहीं था । सेजल व सुरेन्द्र भील कार ले जा रहे थे । संदेह होने पर भाई ने साथियों के साथ कार का पीछा किया । निंबलाणा गांव में टायर पंक्चर होने पर कार वहीं छोड़ दोनों पैदल ही खेतों में भागने लगे , लेकिन रमजान व चार - पांच युवकों ने चार - पांच किमी पीछा कर सेजल व सुरेन्द्र को पकड़ लिया । उन्होंने आनंदसिंह , उत्तमसिंह , अजयपालसिंह ने महेन्द्र खां का अपहरण कर सिरोही और फिर अन्य जगह ले जाने की जानकारी दी थी । पूछताछ में आरोपियों ने हत्या के बाद महेन्द्र का शव हाथी नहर में फेंकने की जानकारी पुलिस को दी थी जिस पर पुलिस ने तलाश करते हुए गोताखोरों की मदद से शव को नहर बाहर निकाला था।