मदरसों में बेहतर शिक्षा के लिए आगामी भर्ती में पैराटीचर्स लगाएंगे- शाले मोहम्मद
जयपुर/ जैसलमेर/ पोकरण: अल्पसंख्यक मामलात एवं वक़्फ़ मंत्री शाले मोहम्मद ने सोमवार को विधानसभा प्रश्नकाल के दौरान जवाब में कहा कि राजस्थान मदरसा बोर्ड में पंजीकृत 3256 मदरसों में आधुनिक शिक्षा दी जा रही है। बेहतर शिक्षण कार्यों के लिए आगामी भर्ती में नए पैराटीचर्स एवं संविदा कर्मियों को लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2013 में अशोक गहलोत सरकार ने करीबन 2500 मदरसा पैराटीचर्स लगाने की घोषणा की थी, सरकार जाने के बाद भाजपा सरकार ने इस काम को रोक दिया। उन्होंने विधायक के प्रश्न के जवाब में कहा कि प्रदेश में 909 ऐसे मदरसा हैं जहां कोई पैराटीचर्स नहीं है। आगामी भर्ती में संविदा कर्मी एवं पैराटीचर्स की भर्ती की जाएगी। जिससे मदरसों में बेहतर दुनियावी एवं आधुनिक शिक्षा मिल सकेगी। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि समस्त जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां 20 से अधिक का नामांकन है, वहां शिक्षा विभाग अधिकारियों के साथ बैठक कर मिड डे मील योजना शुरू करावें। ताकि मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को मिडडे मील योजना का लाभ दिया जा सके।
मदरसा पैराटीचर्स एवं संविदाकर्मियों की होगी भर्ती:
राजस्थान मदरसा बोर्ड में पंजीकृत प्रदेश के 3256 मदरसों में करीबन 1 लाख 90 हजार छात्र नामांकन है। इनके अध्ययन के लिए विभाग की ओर से करीब 6 हजार पैराटीचर्स कार्यरत हैं। सूबे के 909 मदरसों में पैराटीचर्स नहीं हैं। मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने के लिए मदरसा पैराटीचर्स की भर्ती की जाएगी। इसके बाद मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पाएगी।
आदर्श मदरसा योजना के तहत बेहतर सुविधाएं:
मदरसों में दीनी तालीम के साथ आधुनिक दुनियावी तालीम देने के लिए आदर्श मदरसा योजना शुरू की गई। इसके तहत 2018-19 में 260 मदरसों का चयन किया गया। कलक्टर की अध्यक्षता में चयन मदरसों में करीबन 2110 लाख की राशि खर्च की जा चुकी है। आदर्श योजना के तहत मदरसों में बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
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