सिवाना में पानी की समस्या को लेकर आमजन का 12वे दिन अनिश्चितकालीन धरना जारी
सिवाना कस्बे में लंबे समय से कस्बे वासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा हैं जिसको लेकर ग्रामवासियों द्वारा “पानी नहीं तो वोट नहीं” सहित कई बार धरना प्रदर्शन हुए के मगर ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात नहीं मिली जिसके चलते पिछले 12 दिनों से कस्बे के तहसील कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन धरना जारी है, ग्रामीणों ने बताया कि जब तक पानी की समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।
सिवाना(बाड़मेर):सिवाना सहित आसपास क्षेत्रों को मीठा पानी देने के उद्देश्य से पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना बनाई गयी जल परियोजना का पानी सिवाना तक आने में शेष रहे 10 किलोमीटर पाईप लाईन बिछाकर व हौदियों का शीघ निर्माण कर जलापूर्ति करवाने को लेकर सिवाना संघर्ष समिति सिवाना द्वारा अनिश्चितकालीन धरना दीया जा रहा है साथ ही ग्रामीणों द्वारा प्रतिदिन मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार एंव उपखण्ड अधिकारी सिवाना को ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया की बाड़मेर जिले के सिवाना उपखण्ड मुख्यालय के लोगो को पिछले लम्बे समय से पेयजल के संकट से झुंझना पड़ रहा हैं । पानी प्राप्ति हेतु लोगो में त्राहि त्राहि मची है वर्षाभाव व भू-गर्भ से गिरते जल स्तर के कारण सिवाना व आस - पास का क्षेत्र डार्क जोन घोषित हो चुका है , जिससे यहां नये ट्यूबवैल खुदवाना निरर्थक है तथा सरकारी धन का अप-व्यय साबित होगा। वही बताया की पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना परियोजना का कार्य सिवाना से मात्र 10 कि.मी की दूरी पर रूका हुआ है जिसे पूर्ण कर शीघ्र जलापूर्ति करने की बात कही। पानी की समस्या की को लेकर ज्ञापन में बताया की सिवाना व आस पास के क्षेत्रों में गत 02 दशको से वर्षा औसत से भी कम होने की वजह से भू जल के स्तर में गिरावट आ गई है तथा सरकारी नलकूप पूर्ण रूप से सूखे पड़े है, 18 वर्ष पूर्व सरकार द्वारा पोकरण - फलसूंड , बालोतरा - सिवाना जलप्रदाय योजना की स्वीकृति प्रदान की गई थी उसका काम पुरा नही हुआ है, सिवाना तक 10 कि.मी. की दूरी पर पाईपलाईन व स्टोरेज टैंक का काम रूका हुआ, सिवाना के लोगों को परियोजना का कोई लाभ नही हो रहा है। वही बताया की पानी नही मिलने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। वही ज्ञापन में बाताया की पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना परियोजना से सिवाना कस्बे के अलावा क्षेत्र के मूठली , इन्द्राणा, थापन , कुसीप , पादरड़ी , देवन्दी , अर्जियाणा , लुदराडा , मोकलसर , मायलावास , मवड़ी , सहित कुल 50 गांव का लाभान्वित होना प्रस्तावित है मगर कार्य पूर्ण नही होने की वजह से लोगो को निजी टैंकरों से 800 रूपये प्रति टेंकर की दर से जलापूर्ति करवा को मजबूर होना पड़ता है । उपखण्ड मुख्यालय पर जलदाय विभाग के सहायक व कनिष्ठ अभियंता के पद रिक्त पड़े है जिससे लोगों की उक्त मांगो व शिकायतों को सुनने वाला कोई नही है सिवाना विकट पेयजल संकट से झूझ रहा है इसके उचित एवं स्थायी करने की मांग की। गत 18 वर्षों से स्वीकृत उक्त जल परियोजना का गत 7 वर्षों से बन्द कार्य को तुरन्त शुरू करवाने , सिवाना में जलापूर्ति नही होने के कारण अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन आज बुधवार को दसवें दिन भी जारी रहा। वही ग्रामीणों ने जल्द की क्रमिक भूख हड़ताल व आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी।