दो दशक के बाद फिर पड़ी कड़ाके की सर्दी, खेतों में फसलों पर चढ़ने लगी बर्फ की चादर।
सिवाना(बाड़मेर): बाड़मेर जिले के रेगिस्तानी धोरे अब बर्फीली फिजा बन गए हैं, सिवाना क्षेत्र के पादरू, मिठोड़ा सहित आस-पास के गांव में तापमान में आई गिरावट से खेतों में खड़ी फसलों पर बर्फ की चादर चढ़ने लग गई है, वही किसानों के लिए पाला पड़ने की चिंता सता रही है।
सप्ताह भर से लगातार गिर रहे तापमान के पारे ने इस बार रेगिस्तानी इलाकों में दो दशक के बाद फिर एक बार तापमान में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। तापमान में 24 घंटे में आयी गिरावट 6.4 डिग्री से 6.1° पहुँच गयी। इस कड़कड़ाती ठंड से खेतों में रखा पानी भी बर्फ जम रहा है । शीत लहर से हर कोई कंपकंपा रहा है । कड़ाके की सर्दी के साथ ही अब पाला पड़ने की भी संभावना बढ़ गई है ।
मौसम विभाग ने भी 29-30 दिसंबर को बाड़मेर में कोल्ड डे अलर्ट घोषित किया है ओर रात में तेज ठंड से पारा 4 डिग्री से भी नीचे जाने की संभावना जताई है । इससे फसलों में भी पाला पड़ने की संभावना बढ़ गई है ।
तापमान में लगातार आ रही गिरावट की बड़ी वजह ये भी मानी जा रही है कि पूर्वी - पश्चिमी राजस्थान में 28 व 29 दिसंबर को दो दिन तक स्थानीय स्तर पर बनने वाले चक्रवात गुजर रहे हैं । 31 दिसंबर तक चक्रवाती बादलों की नमी के साथ उत्तरी - पूर्वी बर्फीली हवा का दबाव बने रहने की संभावना है । शीतलहर के साथ दिनभर मौसम के मिजाज बदल रहे है ।
कोल्ड डे का अलर्ट: मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में कोल्ड डे अलर्ट जारी किया है । बाड़मेर में भी 29 दिसंबर को कोल्ड वेव के कारण रात का पार 4 डिग्री तक जाने की संभावना है । वहीं शीत लहर के साथ ही पाला पड़ने की संभावना जताई है । रबी की फसलों को भी नुकसान होने की संभावना है । इस सप्ताह तापमान में आई गिरावट के उतार-चढ़ाव को लेकर दो 22 दिसंबर को 13.1, 23 दिसंबर 11.7, 24 दिसंबर 12.1, 25 दिसंबर 12.4, 26 दिसंबर 12.8, 27 दिसंबर 12.5 व 28 दिसंबर 6.1 तापमान दर्ज हुआ जिस में गिरावट का क्रम लगातार जारी है।
हार्ड कपकपाने वाली वाली सर्दी का असर: हार्ड कपकपाने वाली सर्दी का खासकर असर बुजुर्गों व बच्चों की सेहत पर पड़ता है। रात के तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना के साथ ही कोल्ड वेव का अलर्ट है । ऐसे में तेज ठंड में सर्दी , जुकाम , सिर दर्द सहित कई बीमारियों के बढ़ने की संभावना है । ऐसे में सर्दी से आमजन को बचाव रखना होगा ।