खेजड़ी मरूस्थलीय क्षेत्र के लिए जीवन दायनी- उप निवेशन मंत्री चौधरी
बीकानेर: केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर में गुरूवार को राजस्व, उपनिवेशन, कृषि सिंचित विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री हरीश चौधरी ने दौरा किया । कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए निदेशक ने मंत्री हरीश चौधरी को संस्थान का भ्रमण करवाया।
इस अवसर पर वैज्ञानिकों से संवाद करते हुए चौधरी ने कहा कि इस संस्थान के द्वारा विकसित खेजड़ी की प्रजाति थार शोभा को विकसित करने के लिए यह संस्थान और इसकी टीम प्रशंसा के पात्र है। खेजड़ी ही वह वृक्ष है जिसके सहारे हमारे पूर्वजों ने इस थार रेगिस्थान के विपरीत मौसम में रहने का निर्णय किया था। खेजड़ी इस क्षेत्र के लिए जीवन दायनी है। किसानों को इसका बगीचा लगाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। अनार की खेती की चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कि अनार के उत्पािदन को बेचने हेतु बाजार की व्यवस्थाओं पर भी शोध होना चाहिए ताकि किसानों को उनके उत्पाकदन का पूरा लाभ मिल सके। इस दौरान चौधरी ने संस्थान के वैज्ञानिकों से बाड़मेर में खेजड़ी एवं अन्य आजिविकापरक किस्मों के लिये कार्य करने के बारे में चर्चा की।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो (डॉ.) पी.एल. सरोज ने इस संस्थान के विकास के सोपानों को रखते हुए उन फल फसलों की जानकारी दी जिन पर यह संस्थानन अनुसंधान कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस संस्थान ने खेजड़ी के साथ ही काचरी, लसोड़ा, खिरनी, चिरौंजी सहित अन्य शुष्कप बागवानी फलों और सब्जियों की पहली किस्मेंथ विकसित की हैं।