- लंबे समय से एएनएम का पद खाली होने से लोगो को नही मिल रही है चिकित्सा सुविधा
रिपोर्ट: श्रवण विश्नोई
सिवाना: समदड़ी तहसील के फूलण ग्राम पंचायत मुख्यालय में एक उपस्वास्थ्य केंद्र को लंबे समय से एएनएम का पद रिक्त पड़ा है। जुखाम, खांसी, बुखार, कोरोना का ये प्रारंभिक लक्षण है, इन रोगों के होने पर तुरंत मरीज जांच करवाकर उपचार ले। 14 दिनों तक घरों में रहे व परिवार के सदस्यों से दूरी बनाये रखें। केंद्र और राज्य सरकार ने कोरोना रोकधाम के लिए आमजन को ये निर्देश जारी किए हैं, लेकिन चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग की सबसे पहली कड़ी उपस्वास्थ्य केंद्र में एएनएम का लंबे समय से पद रिक्त है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फूलण ग्राम पंचायत मुख्यालय में लगभग 600 घरों की आबादी होने के बावजूद चिकित्सा सुविधा नही मिल पा रही है। ग्रामीणों को खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त, बुखार जैसी सामान्य बिमारियों का उपचार नसीब नही होता है। उपचार के ग्रामीणों को 20 किलोमीटर दूर समदड़ी व सिवाना जाना पड़ता है। कोरोना महामारी की वजह से 21 दिन का लॉकडाउन होने की वजह से मरीजों को सिवाना ओर समदड़ी जाने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वही ग्राम पंचायत से लंबी दूरी, साधनों का अभाव, महंगे किराये के साथ आने-जाने को लेकर मरीज परिजन को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है।
टीकाकरण प्रभावित
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के अभाव में सुरक्षित प्रसव तो दूर, समय पर टीकाकरण भी नहीं हो पा रहा है। इससे कुछ लोग ही अपने बच्चों व महिलाओं को समदड़ी, सिवाना या राखी ले जाकर टीकाकरण करवा रहे हैं। यहां एएनएम का लंबे समय से पद रिक्त पड़ा है। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए नजदीकी उप स्वास्थ्य केंद्र सांवरड़ा की एएनएम को चार्ज दिया गया है। लेकिन वो भी महीने में कभी-कभार आती है।
होम क्वॉरेंटाइन 140 लोगों को चेकअप करने 7 किमी दूर से आती है चिकित्सकों की टीम
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बावजूद भी ग्राम पंचायत फूलण की जनता को चिकित्सा सुविधाओं के लिए राखी चिकित्सालय के क्लिनिकों के ही भरोसे रहना पड़ रहा है। कोरोना महामारी की वजह से गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित अन्य राज्यों से ग्राम पंचायत फूलण में 140 लोग अपने घर आये है। उन सभी को होम कोरानटाइन में रखा गया है लेकिन समय-समय स्वस्थ्य चेकअप करने के लिए पंचायत मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर राखी से चिकित्सकों की टीम आती है। जिसको लेकर के आमजन सहित मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी इस समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में मरीजों को बाहर जाना पड़ रहा है।
इनका कहना....
फूलण ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक उपस्वास्थ्य केंद्र में एएनएम नही होने की वजह से ग्रामीणों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। कोरोना महामारी की वजह से लोगों का स्वास्थ्य संबंधी चेकअप के लिए समदड़ी या राखी जाने को मजबूर हैं। जिस वजह से गांव में चिकित्सा आवश्यकता को देखते हुवे स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया गया है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जायेगा।
मोहनीदेवी बिश्नोई, सरपंच ग्राम पंचायत फूलण
- फूलण के अंदर एक पहले एएनएम थी उन्होंने ट्रांसफर करवा ली। सिवाना के अंदर 15-16 पोस्ट एएनएम के कमी की वजह से खाली पड़े है। अब कोरोना की वजह से सब कुछ परिक्रिया रुका हुआ है उसके बाद सरकार नई कोई भर्ती प्रक्रिया करती है तो एएनएम को लगाया जायेगा। वैसे फूलण में 3 हजार से ज्यादा आबादी है इसलिए सख्त जरूरत भी है इसलिए वैकल्पिक टीकाकरण व्यवस्था के लिए एक एएनएम लगा रखी है। कोरोना महामारी सम्बंधित कोई भी समस्या गांव में हो तो आप सीधा मुझसे या राखी डॉ से सम्पर्क कर सकते हैं।
डॉ संजय शर्मा, बीसीएमओ सिवाना
मायलावास के फूलण गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र में लंबे समय लगा ताला