चौहटन(बाड़मेर): सीमा पर बसा हर नागरिक देश की दूसरी सुरक्षा पंक्ति बनकर सेना और सुरक्षा बल के साथ हरदम खड़ा है, हमारा आपसी समन्वयन और सहयोग ही एक दूसरे की ताकत है, यह हमारे सैन्य बलों के लिए गौरव की बात है। यह बात गुरपालसिंह डीआईजी बीएसएफ सेक्टर हेडक्वार्टर बाड़मेर ने बीएसएफ की 50 वीं बटालियन के बेनर तले सरहद से सटे मिठडाऊ गांव में आयोजित सिविक एक्शन प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए कही। कार्यक्रम में 50 वीं बटालियन के कमांडेंट नरेश चतुर्वेदी, पूर्व सरपंच मुकेश खम्भू, प्रिंसिपल मनसुखराम जोगेश, समाजसेवी दौलतराम खम्भू सहित क्षेत्र के ग्यारह सीनियर विद्यालयों के प्रधानाचार्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
सिविक एक्शन प्रोग्राम में डीआईजी गुरपालसिंह ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी और आज के विद्यार्थियों में देश का भविष्य निहित है, सरहदों की रक्षा के लिए सुरक्षा बलों के साथ ही स्थानीय नागरिकों की सजग पहरेदारी बेहद जरूरी है, धारा 370 और 35A हटने के बाद पड़ौसी मुल्क पाक काफी बौखलाहट में है। वह हमें कमजोर करने के लिए अपने नए हथकंडे अपनाने की फिराक में है, ऐसे में हमें हर दृष्टि से सजगता बरतना आवश्यक है। आम सरहदी नागरिक की यह जिम्मेदारी बनती है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, गतिविधि या आपको असहज दिखने वाले कार्य की तत्काल सुरक्षा बल को सूचना दें, सैन्य बल हर स्थिति में आम नागरिक और देश की रक्षा के लिए खड़ा है। कार्यक्रम में बीएसएफ द्वारा सीमा क्षेत्र के ग्यारह विद्यालयों को क्रिकेट, वॉलीबॉल सहित विभिन्न चार लाख रुपयों की खेलकूद सामग्री के किट प्रदान किए गए तथा मिठडाऊ व गुमाने का तला के बीच वॉलीबॉल मैत्तरी मैच का प्रदर्शन कर विजेता व उपविजेता दलों को पुरस्कृत किया गया।